च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के तहत नये सत्र से शुरू हुई चार वर्षीय स्नातक की परीक्षा में अब प्रश्नों का पैटन पूरी तरह से बदल जायेगा. पहले 20-20 अंकों के प्रश्न पूछे जाते थे, लेकिन अब छात्रों को लंबे-लंबे उत्तर लिखने की बजाय छोटे-छोटे प्रश्नों का उत्तर लिख पास होंगे. पहले की तुलना में अंक भी बढ़िया आयेगा. इसके लिए सभी आठ सेमेस्टर का सिलेबस तैयार हो गया है. राजभवन में दो चरणों में सिलेबस को लेकर बुलाई गई बैठक में अंतिम रूप दे दिया गया है, पुराने सिलेबस के अतिरिक्त वर्तमान परिदृश्य के अनुसार भी विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है. पुराने तीन वर्षीय पैटर्न में 20 अंकों के पांच प्रश्नों का उत्तर परीक्षार्थी को लिखना पड़ता था. अब दो अंकों के 10 प्रश्न, पांच अंकों के चार प्रश्न और 10 अंकों के तीन प्रश्न समेत कुल 70 अंकों की परीक्षा होगी. 30 नंबर कॉलेजों के हाथ में होंगे, यह अंक छात्रों के नियमित कक्षा करने से लेकर उनके आहार व्यवहार पर निर्भर होगा. छात्रों को इंटरनल असाइनमेंट भी बनाने पड़ेंगे.